Thursday, October 18, 2012

MASTER CARD - MONEY & BANKING.




मुद्रा और बैंकिंग
१ अंक के प्रश्न
१.वस्तु विनमय किसे कहते हैं?
वस्तु का वस्तु के साथ लेन देन, वस्तु विनमय कहलाता है.
२. मुद्रा को परिभाषित करें.
मुद्रा एक वस्तु जो विनमय के माध्यम के रूप में सामान्य रूप में स्वीकार की जाती है.
३. मुद्रा की पूर्ति क्या होती है?
किसी एक समय जनता के पास मुद्रा का स्टॉक, मुद्रा की पूर्ति होती है.
४. बैंकिंग क्या होती है?
बैंकिंग एक वित्तीय संस्था है जो लोगों के रुपय को अपने पास जमा के रूप में रखती है और उन को उपभोग तथा निवेश के लिए उधार देती हैं.
५. उच्च सकती मुद्रा किसे कहते हैं?
इस में जनता के पास करेंसी (नोट+सिक्के) तथा बैंको के नगद कोष सामिल होते हैं .
६. साख मुद्रा किसे कहते हैं?
साख मुद्रा वह मुद्रा है जिसका मोद्रिक मुल्य वस्तु मुल्ये से ज्यादा होता है.
७. दोहरे संयोग की आवश्यकता से आप का अभिप्राय हैं?
इस का अर्थ है की किसी व्यक्ति की वस्तु दूसरे व्यक्ति की आवश्यकता को पहले व्यक्ति की वस्तु
दूसरे की आवश्यकता को पूरा करती है.
८. निकट मुद्रा के उदाहरण दें.
बोंड्स, शेयर, राष्ट्रीय बचत पत्र निकट मुद्रा के उदाहरण हैं.
९. बैंक की परिभाषा दें.
बैंक एक संस्था है जो लोगो के जमा स्वीकार करती है और ऋण देती है.
१०. भारत में मोद्रिक नीति कौन बनाता है ?
भारत में मौद्रिक नीति केन्द्रीय रिजर्व बैंक बनाता है.
११ देश में करंसी नोट कौन जारी करता हैं?
सेंट्रल बैंक(केन्द्रीय रिजर्व बैंक)
४ अंकों वाले प्रश्न
१. मुद्रा पूर्ति की संकुचित परिभाषा दें.
मुद्रा की सकुचित परिभाषा के अनुसार मुद्रा में सिर्फ नोट, सक्के और मांग जमा( चेकों द्वारा निकली जाने वाली जमाएँ) को शामिल किया जाता है.
२. केन्द्रीय बैंक किस तरह से साख को नियंत्रित करता है?
१. केन्द्रीय बैंक, सदस्य बैंको की नगद आरक्षित अनुपात को बढा कर या घटा कर,
२. उच्च बैंक दर- यह बाज़ार में उधार को नियंत्रण करता है,
३. खुले बाज़ार में प्रतिभुतिओं को बेचना यह बाजार से अत्यधिक मुद्रा को कम करता है.
३.भारतीय मुद्रा पद्दति पर एक नोट लिखें.
केन्द्रीय बैंक के क्या कार्य हैं?
१. करेंसी जारी करना,
२. ये सरकार का बैंक ,प्रितिनिधि और सलाहकार होता है.
३. यह बैंको का बैंक होता हियो.
४. सरकार की विदेशी मुद्रा का संरक्षक और विदेशी मुद्रा भुगतान करता है.
५. अंतिम ऋणदाता
६. बैंको का निरक्षण करता है.
७. शाख का नियंत्रण करता है.
४.मुद्रा के क्या कार्य हैं?
मुद्रा के कार्य हैं: -
१. प्राथमिक कार्य : - (क) विनमय का माध्यम, (ख) मुद्रा का मापदण्ड.
२. द्वितीय कार्य : -(क) स्थगित भुगतानो का मान (ख) मूल्य का संचय (ग) मूल्य क हस्तातरण
५.वाणिज्यिक बैंको के क्या कार्य हैं ?
. प्राथमिक कार्य: -जामा स्वीकार करना.२. ऋण देना,
. गौण कार्य: - १.एजंसी कार्य:-विभिन् मदों का एकत्रीकरण और भुगतान, प्रतिभुतिओं की खरीद और बिक्री, ट्रस्टी तथा प्रबंधक, रुपया भेजना, विदेशी मुद्रा का क्रिय और विक्रय.
. सामान्य उपयोगिता की सेवाएँ – लोकर की सेवाएँ,यात्री चैक और साख प्रमाण पत्र, वस्तुओं के वाहन में सहायता.