Tuesday, August 30, 2011

MASTER CARD -पूर्ति और पूर्ति का नियम

पूर्ति और पूर्ति का नियम

पूर्ति को परिभाषित करे.

वस्तु की पूर्ति से अभिप्राय वास्तु की वः मात्रा है, जो किसी दिए हुए समय में , निश्चित कीमत पर बाजार में बिकने के लिए आती है.

पूर्ति फलन क्या होता है?

यह किसी वस्तु की पूर्ति और उसके निर्धारित तत्वों के बीच कार्यात्मक संबंध को प्रकट करता

पूर्ति और स्टॉक में क्या अंतर है .

पूर्ति अनुसूची और पूर्ति वक्र में क्या अंतर हैं?

पूर्ति अनुसूची वह तालिका है जिस में दिए हुए समय में विभिन् कीमतों पर वस्तु की पूर्ति की मात्रा दर्शाई जाती है, जब कि पूर्ति वक्र कीमत और पूर्ति में संबंध को रेखा चित्र द्वारा दर्शाया ता है.

पूर्ति के निर्थारित तत्व कौन से हैं?

१.वस्तु कि अपनी कीमत,२. उत्पादन तकनीक में परिवर्तन, ३. आदानो कि कीमतों में परिवर्तन, ४. सम्बंधित वस्तु कीमतों में परिवर्तन, ५. उत्पादक का अपना उद्देश्य.

पूर्ति का नियम क्या है ?

अन्यें बाते समान रहने पर यदि किसी वस्तु की कीमत में वृद्धि होती है तो उस वस्तु की मात्रा भी बढ़ जाएगी और यदि कीमत कम होगी तो मात्रा भी कम हो जाएगी.

पूर्ति वक्र को परिभाषित करें.

पूर्ति वक्र, पूर्ति अनुसूची का रेखा चित्रण होता है.

पूर्ति के नियम के क्या अपवाद हैं ?

१. पूर्ति को प्रभाषित करने वाले तत्त्व स्थिर रहने वाले चाहियें , २.पूर्ति का नियम, प्रकृति पर आधारित कृषि उत्पादों पर लागू नहीं होता, ३.श्रेष्ठ कलात्मक वस्तुओं एवं समाजिक प्रतिष्ठा वाली वस्तुओं पर लागु नहीं होता.

कीमत बढने पर पूर्ति क्यों बढती?

क्यों कि उत्पादक का उदेश्य अधिकतम लाभ कमाना होता है.

व्यक्तिगत पूर्ति और बाजार पूर्ति एक अंतर बतलायें .

व्यक्तिगत पूर्ति एक फर्म की पूर्ति होती है जब कि बाजार पूर्ति बाजार कि सभी फर्मों की पूर्ति होती है.

बाजार पूर्ति वक्र की परिभाषा दें.

बाजार पूर्ति वक्र, बाजार अनुसूची का रेखा चित्रण होता है.

पूर्ति की मात्रा में परिवर्तन किस कारण से होता है ?

पूर्ति की मात्रा में परिवर्तन वस्तु की कीमत में परिवर्त के कारण होता है.

पूर्ति में परिवर्तन की परिभाषा दें.

पूर्ति में परिवर्तन , अन्य कारकों में परिवर्तन के कारण वस्तु की मात्रा में कमी और वृद्धि आने से है.

पूर्ति की कीमत लोच को परिभाषित करें.

पूर्ति की कीमत लोच, कीमत में परिवर्तन के कारण पूर्ति कि मात्रा में परिवर्तन का माप है.

पूर्ति की कीमत लोच को मापने की कौन सी विधियाँ हैं?

१. प्रतिशत विधि और २. जमाय्तिक विधि

पूर्ति की कीमत लोच की श्रेणियाँ कौन सी हैं?

· पूर्ण बेलोचदार पूर्ति * इकाई से कम लोचदार पूर्ति , इकाई के बराबर लोचदार पूर्ति,* इकाई से अधिक लोचदार पूर्ति , * पूर्ण लोचदार पूर्ति.

पूर्ति की कीमत लोच प्रभावित करने वाले तत्त्व कौन से हैं?

· उत्पादन लगत में परिवर्तन.* वस्तु की प्रक्रति,* समयावधि,* जोखिम उठाने की तैयारी,* उत्पादन बढाने के लिए सुविधायों का होना.

Sunday, August 28, 2011


मास्टर कार्ड कक्षा – XII

लागत और आगम

1. लागत का क्या अर्थ है?

वस्तु की उत्पादन लागत का अर्थ उस मौद्रिक लागत से है जो एक फिरं द्वारा वस्तु के निर्माण में मुद्रा के

रूप में खर्च की जाती है.

2. स्पष्ट लागत और अस्पष्ट लागत क्या होती हैं ?

स्पष्ट लागत वे भुगतान है जो अन्य व्यक्तिओं से प्राप्त साधनों और वस्तुओं के लिए देने पड़ते हैं?

अस्पष्ट लागत (निहित) उत्पादन में प्रयोग किये गए अपने साधनों की आरोपित कीमत होती है

जो दूसरों को अदा नहीं की जाती.

3. वास्तविक लागत किसे कहते हैं ?

वास्तविक लागत से अभिप्राय उन सभी कष्टों, असुविधओं, त्याग , प्रतीक्षा सयम और प्रयासों से है साधनों

के स्वामिओं को साधन उपलभ्ध करने में प्रत्यक्ष ओर अप्रत्यक्ष उठाने पड़ते हैं.

4. अवसर लागत और सामाजिक लागत क्या होती है?

किसी वस्तु की अवसर लागत, अगले सवर्श्रेष्ठ विकल्प को त्यागने की लागत है.

समाजिक लागत वह लागत है जो किसी वास्तु के निर्माण में प्रत्यक्ष ओर अप्रत्यक्ष रूप समाज या समस्त

समुदाय को चुकानी पडती है.

5. अल्प कालीन लागतें क्या होती हैं?

अल्प कालीन लागतें वो लगते होती हैं जो अल्प समय में एक फर्म को सहन ही करनी पडती

है, जेसे स्थिर साधनों के भुगतान.

6. अल्प कालीन लागत के नाम

स्थिर लागत और प्रवर्तित लागत

7. स्थिर लागत किसे कहते हैं?

स्थिर लागत वह लागत होती है जो उत्पादन बदलने से नहीं बदलती.

8. परिवर्तित लागत क्या होती है?

परिवर्तित लागत वह लागत होती है जो उत्पादन के बदलने से बदलती है .

9. उत्पादन बढ़ने से परिवर्तित लागत पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

उत्पादन बढ़ने से परिवर्तित लागत बढती है.

10 . स्थिर लागत और परिवर्तित लागत में एक अंतर बताइये.

स्थिर लागत शून्य उत्पादन पर स्थिर रहती है, परिवर्तित लागत शून्य उत्पादन पर शून्य होती है


* एक रेखा चित्र में AFC, AVC,ATC बनाएँ .

11. औसत लागत और सीमान्त लागत का आकार कैसा होता है ?

औसत लागत और सीमान्त लागत का आकार U के आकार जैसा होता है.

12. उत्पादन बदलने से कुल स्थिर लागत कैसे बदलती है?

उत्पादन बदलने से कुल स्थिर लागत नहीं बदलती, यह हमेशा स्थिर रहती है.

13 स्थिर लागत के दो उदहारण दीजिए.

इमारत का किराया, उधर लिए गए ऋण पर ब्याज, बीमे की किस्त और स्थाई कर्मचारिओं का वेतन.

14. जब सीमान्त लागत कुल औसत लागत से कम होती है तो कुल औसत लागत की क्या स्थिति होगी?

धनात्मक होती है.

15. सीमान्त लागत की गणना कैसे की जाती है?

सीमान्त लागत = कुल लागत में परिवर्तन/ कुल उत्पादन में परिवर्तन ( MC = CHANGE IN TC / CHANGE IN QUANTITY )

16. कुल स्थिर लागत की प्रकृति कैसी होती है ?

कुल स्थिर लागत A - AXIS के समानातर होती है I

17. आगम से आप क्या समझते हैं?

फर्म द्वारा वस्तु के विक्रय से प्राप्त राशि को फर्म का आगम यां आय कहते है.

18. कुल आगम और औसत आगम मे क्या अंतर है?

फर्म द्वारा वस्तु के विक्रय से प्राप्त राशि को कुल अगम कहते हैं और औसत आगम प्रति इकाई आगम होता है.

19. सीमान्त आगम की गणना कैसे की जाती है?

सीमान्त आगम = कुल आगम में परिवर्तन / कुल बेचीं गई इकायों में परिवर्तन .

20. पूर्ण प्रतियोगिता में सीमान्त आगम की प्रकृति कैसी होती है?

सीमान्त आगम A - AXIS के समानातर होती है

21. जब सीमान्त आगम शुन्य होती हैं तो कुल आगम कितनी होगी?

अधिक्तम होती है.

23. जब कुल आगम घटती है तो सीमान्त आगम क्या होगी ?

ऋणात्मक होती है.

24. पूर्ण प्रतियोगिता में सीमान्त आगम और औसत आगम में क्या संबंध है ?

पूर्ण प्रतियोगिता में सीमान्त आगम और औसत आगम A - AXIS के समानातर होती है और बराबर होती हैं.

25.पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत रेखा किस रेखा के बराबर होती है?

पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत रेखा औसत आगम के बराबर होती है.

26. स्थिर लागत और परिवर्तित लागत में अंतर स्पष्ट करें ?

१. स्थिर लागत उत्पादन के बदलने से नहीं बदलती जब कि परिवर्तित लागत में उत्पादन के बदलने

से परिवर्तन आता है.

१. स्थिर लागत शुन्य उत्पादन पर धनात्मक होती हैं जब कि परिवर्तित लागत शुन्य उत्पादन पर

ऋणात्मक होती है.

27. सीमान्त आगम पर क्या प्रभाव पडेगा जब:

१. कुल आगम घटी हुई दर से बढता है?

सीमान्त आगम धनात्मक रहता है.

२. कुल आगम स्थिर दर से बढता है

सीमान्त आगम स्थिर और धनात्मक रहता है.

28. उत्पादन बदले से कुल आगम का क्या होगा जब सीमान्त आगम शून्य है ?

कुल आगम अधिक्तम होर स्थिर होगा.

29. एकाधिकारी प्रतियोगिता में औसत आगम वक्र एकाधिकार से अधिक लोचशील क्यों होती है?

जब कुल आगम ४५ डिग्री का कोण बनाते हुए धनात्मक सीधी रेखा होती है तो औसत आगम की क्या स्थिति होगी ?

औसत आगम X-AXIS के समानांतर होगी .

30 . जब कुल आगम समानांतर रेखा होती है तो औसत वक्र कैसी होगी?

औसत वक्र नीचे की और ढालू होगी.