Sunday, August 28, 2011

मास्टर कार्ड कक्षा – १२ पाठ - २ उपभोक्ता का व्यवहार (CONSUMER EQUILIBRIUM)

1.उपयोगिता से आप का क्या अर्थ है?

किसी वस्तु में मानव आवश्यकता को संतुष्ट करने की शक्ति को उपयोगिता कहते हैं.

2 .कुल उपयोगिता को परिभाषित करें.

कुल उपयोगिता वस्तु की सब इकाईयों से प्राप्त उपयोगिताओं का जोड़ है

3.कुल उपयोगिता से किस प्रकार सीमान्त उपयोगिता निकली जाती हैं ?

सीमान्त उपयोगिता कुल उपयोगिता में होने वाली वृद्धि है , जब वास्तु की एक और अतिरिक्त इकाई का उपभोग किया जाता है.

4. जब सीमान्त उपयोगिता शून्य होती है, तब कुल उपयोगिता क्या होगी ?


जब सीमान्त उपयोगिता शून्य होती है, तब कुल उपयोगिता अधिकतम होती है.


5. सीमान्त उपयोगिता को परिभाषित करें.

वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई के उपभोग से कुल उपयोगिता में होने वाली वृद्धि को सीमान्त उपयोगिता कहते हैं.


6. उपभोगता संतुलन की क्या शर्तें हैं ?

उपभोगता संतुलन की विभिन्न शर्ते इस प्रकार हैं : -

एक उपभोगता उस समय संतुलन की स्थिति में होता है जब वह अपनी सीमत आय से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त

करता है तथा अपने वर्तमान व्यय में किसी प्रकार के परिवर्तन करना पसंद नहीं करता.

१. एक वस्तु की दिशा में उपभोगता संतुलन : - MU x = P x

२. दो वस्तु की दिशा में उपभोगता संतुलन : - MUx/ Px = MUy / Py

३. तटस्थता/ उदासीन वक्र की दिशा में उपभोगता संतुलन : - इस धारणा के अनुसार उपभोगता का संतुलन वहाँ होगा जहां : - 1.उदासीनता वक्र कीमत रेखा को स्पर्श करती हो अर्थात : - MRS xy = Px/Py

2. उदासीनत वक्र का स्पर्श मूल बिंदु पर उन्तोदर दिशा में हो.

7. तटस्थता/ उदासीन वक्र को प्रभाषित करें.

एक उदासीनता वक्र, X तथा Y वस्तुओं के उन विभिन्न संयोगो को प्रगट करती है जिनसे प्रत्येक बिंदु पर उपभोगता को

सामान संतुष्टि मिलती है.

8. बजट रेखा को परिभाषित करें.

बजट रेखा निश्चित दो वस्तुओं के प्रचलित कीमतों पर, विभिन् संयोगो का ग्राफिक प्रस्तुतिकरण है

9. तटस्थता वक्र / उदासीन वक्र की लक्षणों की व्याख्या करें.

१. बाएं से दाएँ निचे की और झुकी हुई ,

२. मूल बिंदु के मूल बिंदु पर उन्तोदर होती है,

३. उदासीन वक्र एक दूसरे को कभी नहीं काटती,

४. उदासीन वक्र जितनी ऊंची होगी संतुष्टि स्तर भी उतना नीचा होगा.

10. बजट समूह क्या होती है?


बजट समूह वर्तमान कीमतों पर उपभोगता को मिलने सकने वाले, दो वस्तुओं के उन सभी संजोग हैं जो उसे निश्चित आय
पर
मिल सकते है.

No comments:

Post a Comment